सिबिल स्कोर खराब होने के बाद ठीक होने में कितना लगेगा समय, लोन लेने वाले जान लें नियम CIBIL Score

By Meera Sharma

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CIBIL Score

CIBIL Score: आज के समय में जब लोग अपनी विभिन्न आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बैंकों से लोन लेते हैं, तो कई बार आर्थिक परेशानियों के कारण वे समय पर ईएमआई नहीं चुका पाते। लोन की ईएमआई न चुकाने का सबसे पहला और सबसे गंभीर प्रभाव व्यक्ति के सिबिल स्कोर पर पड़ता है। यह स्कोर तुरंत खराब हो जाता है और भविष्य में लोन लेने की राह में बड़ी बाधा बन जाता है। सिबिल स्कोर एक प्रकार का क्रेडिट रिपोर्ट कार्ड है जो व्यक्ति की वित्तीय विश्वसनीयता को दर्शाता है। एक बार यह खराब हो जाने पर इसे सुधारना आसान काम नहीं होता।

सिबिल स्कोर खराब होने के मुख्य कारण

सिबिल स्कोर खराब होने के कई कारण होते हैं, लेकिन सबसे प्रमुख कारण लोन डिफॉल्ट होना है। जब कोई व्यक्ति अपनी लोन की किस्तें समय पर नहीं चुकाता या बिल्कुल भी नहीं चुकाता, तो यह सिबिल स्कोर को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड के बिल समय पर न भरना, कई जगह से एक साथ लोन लेना, या किसी दूसरे व्यक्ति की गारंटी देना भी सिबिल स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। यहां तक कि अगर आप बाद में अपनी आर्थिक स्थिति सुधारकर पूरी लोन राशि चुका भी देते हैं, तो भी सिबिल स्कोर तुरंत ठीक नहीं हो जाता।

सिबिल स्कोर सुधारने का समय सीमा

खराब हुए सिबिल स्कोर को सुधारने में सामान्यतः डेढ़ से दो साल का समय लगता है। यह समय सीमा इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितनी गंभीरता से अपने वित्तीय अनुशासन का पालन करते हैं। सिबिल स्कोर सुधारने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप अपनी सभी लंबित किस्तों को समय पर चुकाना शुरू करें। क्रेडिट कार्ड के बिल भी नियमित रूप से और समय पर भरें। हालांकि इस प्रक्रिया को तेज करने के कुछ तरीके भी हैं, जैसे कि सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड का उपयोग करना जो फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलता है।

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बैंकों के पास सिबिल स्कोर की तुरंत जानकारी

आज के डिजिटल युग में हर बैंक और वित्तीय संस्थान के पास आपके सिबिल स्कोर की तुरंत जानकारी उपलब्ध होती है। जब भी कोई व्यक्ति लोन लेने के लिए किसी बैंक में जाता है, तो सिर्फ एक क्लिक में ही उसका सिबिल स्कोर चेक हो जाता है। यह जानकारी न केवल बैंकों को बल्कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को भी तुरंत मिल जाती है। इस कारण से खराब सिबिल स्कोर वाले व्यक्तियों को लोन मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है। अगर कहीं लोन मिल भी जाता है तो ब्याज दरें काफी अधिक होती हैं।

सिबिल स्कोर सुधारने के व्यावहारिक उपाय

सिबिल स्कोर सुधारने के लिए सबसे पहले अपनी सभी लंबित देनदारियों की सूची बनाएं और उन्हें प्राथमिकता के आधार पर चुकाना शुरू करें। समय पर ईएमआई और क्रेडिट कार्ड के बिल भरना सबसे महत्वपूर्ण है। इसके अलावा एक समय में कई जगह से लोन लेने से बचें और अपनी क्रेडिट सीमा का केवल तीस प्रतिशत ही उपयोग करें। नियमित रूप से अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करते रहें और यदि कोई गलत जानकारी हो तो तुरंत उसे सुधरवाएं।

एक बार सिबिल स्कोर सुधर जाने के बाद, इसे बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। इसके लिए हमेशा अपनी वित्तीय योजना बनाकर चलें और कभी भी अपनी सामर्थ्य से अधिक लोन न लें। समय पर भुगतान करना और वित्तीय अनुशासन बनाए रखना ही एक अच्छे सिबिल स्कोर की कुंजी है।

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अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य शिक्षा के उद्देश्य से दी गई है। सिबिल स्कोर और लोन संबंधी किसी भी निर्णय से पहले वित्तीय सलाहकार या संबंधित बैंक से सलाह लें। व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति के आधार पर परिणाम अलग हो सकते हैं।

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Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

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