DA Hike 2025: सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए राहत भरी खबर सामने आ रही है। जुलाई 2025 में महंगाई भत्ते में 3 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की प्रबल संभावना नजर आ रही है। हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन अब तक के उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि डियरनेस अलाउंस वर्तमान 55 प्रतिशत से बढ़कर 58 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। यह बढ़ोतरी लाखों सरकारी कर्मचारियों और पेंशनभोगियों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने वाली हो सकती है। केंद्र सरकार द्वारा हर वर्ष दो बार यानी जनवरी और जुलाई में महंगाई भत्ते और डियरनेस रिलीफ की समीक्षा की जाती है।
AICPI इंडेक्स का महत्व और गणना प्रक्रिया
महंगाई भत्ते की गणना AICPI इंडेक्स यानी ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स फॉर इंडस्ट्रियल वर्कर्स के आंकड़ों पर आधारित होती है। लेबर मंत्रालय द्वारा हर महीने जारी किए जाने वाले इन आंकड़ों का विश्लेषण करके डीए का प्रतिशत निर्धारित किया जाता है। सातवें वेतन आयोग के अनुसार डीए की गणना के लिए एक निर्धारित फॉर्मूला है जिसके अनुसार डीए प्रतिशत = पिछले 12 महीनों का औसत AICPI-IW माइनस 261.42 को 261.42 से भाग देकर 100 से गुणा करने पर प्राप्त होता है। यह गणना पद्धति सुनिश्चित करती है कि महंगाई के अनुपात में कर्मचारियों को उचित मुआवजा मिले। वर्तमान समय में यदि पिछले 12 महीनों की औसत AICPI-IW 392.83 मानी जाए तो यह फॉर्मूला लगभग 50.28 प्रतिशत डीए दिखाता है।
जनवरी से अप्रैल 2025 तक के आंकड़ों का विश्लेषण
जनवरी 2025 में AICPI इंडेक्स 143.2 था जो फरवरी में 0.4 अंकों की गिरावट के साथ 142.8 हो गया था। हालांकि मार्च में पुनः 0.2 अंकों की वृद्धि के साथ यह 143.0 पर पहुंच गया। अप्रैल में इसमें 0.5 अंकों की और बढ़ोतरी देखी गई है और अब यह 143.5 के स्तर पर है। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि डीए स्कोर अब 57 प्रतिशत को पार कर चुका है। यह निरंतर वृद्धि का रुझान जुलाई में 3 प्रतिशत डीए वृद्धि की संभावना को मजबूत बनाता है। महंगाई के बढ़ते स्तर को देखते हुए सरकार के लिए कर्मचारियों को राहत प्रदान करना आवश्यक हो गया है।
मई और जून के आंकड़ों का महत्व
अभी तक मई और जून 2025 के महत्वपूर्ण आंकड़े आना बाकी हैं जो अंतिम निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। यदि इन दोनों महीनों में भी AICPI इंडेक्स में वृद्धि का रुझान जारी रहता है तो डीए 58 प्रतिशत तक पहुंच सकता है। परंतु यदि इन महीनों में इंडेक्स में गिरावट आती है तो जुलाई में महंगाई भत्ते में केवल 2 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है और डीए 57 प्रतिशत तक ही सीमित रह सकता है। आर्थिक विशेषज्ञों की नजर इन आने वाले आंकड़ों पर टिकी हुई है क्योंकि ये ही अंतिम फैसले की दिशा तय करेंगे।
कर्मचारियों पर वित्तीय प्रभाव
महंगाई भत्ते में होने वाली यह बढ़ोतरी सरकारी कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव डालेगी। उदाहरण के तौर पर यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन 18000 रुपए है तो 57 प्रतिशत डीए पर उसे 10260 रुपए मिलेंगे जबकि 58 प्रतिशत डीए पर 10440 रुपए प्राप्त होंगे। यह अंतर छोटा लगे परंतु वार्षिक आधार पर देखा जाए तो काफी महत्वपूर्ण राशि बनती है। बढ़ती महंगाई के इस दौर में यह वृद्धि कर्मचारियों के जीवन यापन की लागत को संतुलित करने में सहायक होगी। सरकार की यह पहल कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने और उनकी आर्थिक चुनौतियों को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
अस्वीकरण: यह जानकारी सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रदान की गई है। महंगाई भत्ते में वृद्धि की अंतिम घोषणा सरकार द्वारा की जाएगी। सटीक जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों से संपर्क करें।